मध्यप्रदेश के कटनी जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। बहोरीबंद थाना क्षेत्र के ग्राम डिंहूटा में एक युवक ने पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लेकिन इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी, क्योंकि मरने से पहले युवक ने अपनी हथेली पर मौत की असली वजह लिख छोड़ी
कटनी जिले के बहोरीबंद थाना अंतर्गत ग्राम डिंहूटा का रहने वाला 38 वर्षीय पूरन लाल मेहरा निजी बैंक से लिए गए कर्ज़ और उसकी कठोर वसूली नीतियों से इतना परेशान था कि उसने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। जब ग्रामीणों ने पूरन लाल को पेड़ से लटका देखा तो पूरे गाँव में हड़कंप मच गया।
थाना प्रभारी अखिलेश दाहिया:
“मृतक के पिता सुमेरा मेहरा की रिपोर्ट पर मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई है। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। मामले की सभी परिस्थितियों की जांच की जा रही है।”
सबसे चौंकाने वाला पहलू यह रहा कि मरने से पहले पूरन लाल ने अपनी हथेली पर साफ-साफ लिख छोड़ा – “मेरी मौत का जिम्मेदार राजपाल सर, बंधन बैंक बहोरीबंद।”
यह शब्द न केवल बैंक और उसके कर्मचारियों की ओर गंभीर सवाल खड़े करते हैं, बल्कि ग्रामीण समाज पर कर्ज़ के दबाव की काली हकीकत भी उजागर करते हैं।
“कर्ज़ का इतना दबाव बना दिया गया था कि पूरन भाई बिल्कुल टूट चुका था। किश्त और ब्याज चुकाने का कोई रास्ता नहीं बचा था। बैंक वालों की सख्ती ने उसे जीने नहीं दिया।”
पूरन लाल मेहरा की मौत केवल एक आत्महत्या नहीं, बल्कि एक बड़ी सामाजिक-आर्थिक त्रासदी है। यह घटना पूरे प्रदेश के लिए चेतावनी है कि किस तरह कर्ज़ के जाल में उलझकर ग्रामीण लोग जीने की उम्मीद खो देते हैं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निजी बैंकों की वसूली नीतियों पर लगाम कस पाएगा या फिर यह मौत भी केवल एक आंकड़ा बनकर रह जाएगी।
कर्ज़ का जाल – जीते जी मौत से बदतर, और अंत में आत्महत्या