शासकीय महाविद्यालय बरही में पोषण जागरूकता माह के तहत किया गया कार्यशाला का आयोजन स्वस्थ और सशक्त भारत के निर्माण हेतु पोषण आहार की बताई महत्‍ता

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कटनी– शासकीय महाविद्यालय बरही में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं इको क्लब द्वारा प्राचार्य प्रो. आर. के. त्रिपाठी के मार्गदर्शन एवं प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अरविंद सिंह के नेतृत्व में पोषण माह के अंतर्गत विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में डॉ. अरविंद सिंह ने विद्यार्थियों को बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वस्थ और सशक्त भारत का निर्माण करना है। किसी भी देश को सशक्त बनाने के लिए वहां के नागरिकों का स्वस्थ्य होना आवश्यक है एवं स्वस्थ्य शरीर के लिए भोजन में उचित मात्रा मे पोषक तत्वों की उपस्थिति आवश्यक होती है। यदि भोजन मे पोषक तत्व उचित मात्रा मे उपस्थित न हो तो शरीर अस्वस्थ एवं कमजोर होकर बीमार हो जायेगा। विश्व में आज कुपोषण बहुत बड़ी समस्या है, जिससे भारत भी अछूता नहीं है। इसकी मुख्य वजह उचित पोषण आहार का न मिलना है। यदि कोई बच्चा कुपोषण का शिकार है तो उसे कई शारीरिक और मानसिक दिक्कतों से जूझना पड़ता है, जैसे उम्र के हिसाब से वजन और हाइट का कम होना एवं हर वक्त सुस्त रहना और किसी कार्य मे रूचि न लेना आदि।

वहीं डॉ. के. के. विश्वकर्मा ने बताया कि आज भारत सरकार और देश की विभिन्न राज्य सरकारें कुपोषण से मुक्ति के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रही हैं। कुपोषण की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा 17 सितंबर से 16 अक्टूबर तक राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है, जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को जागरूक कर देश की जनता के भविष्य को स्वस्थ्य और सेहतमंद बनाया जा सके। डॉ. मंजूलता साहू ने मोटे जैविक अनाजों के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनमें अन्य भोज्य पदार्थों की अपेक्षा अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं।

प्राचार्य प्रो. आर. के. त्रिपाठी ने कहा कि मौजूदा समय मे कुपोषण किसी भी देश या समाज के लिए सबसे बड़ी समस्या है। इससे झुटकारा पाने के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने की जरूरत है। पोषण अभियान समग्र पोषण के लिए एक व्यापक योजना है। यह बच्चों, किशोर लड़कियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण परिणामों में सुधार करने के लिए भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है। हमें बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गो और युवाओं को भी आवश्यकतानुसार समय पर पोषक तत्वों से युक्त भोजन ग्रहण करने के लिए जागरूक करना चाहिए। नहीं तो हमारा देश विकास की गति मे पीछे हो जायेगा। साथ ही शासन को इस प्रकार की योजनाएं लागू करनी चाहिए जिससे कि गरीबों को भी पोषक तत्वों से युक्त भोजन प्राप्त हो सके।

कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन प्रियंका तोमर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो. आर. के. त्रिपाठी, डॉ. एस. एस. धुर्वे, डॉ अरविंद सिंह, डॉ रश्मी त्रिपाठी, डॉ. आर. जी. सिंह, डॉ. सुनीता सिंह, डॉ. के. के. विश्वकर्मा, डॉ. मंजुलता साहू, डॉ. के. के. निगम, डॉ राकेश दुबे, मनीष मिश्रा, डॉ. नीलम चतुर्वेदी, डॉ शिवानी बर्मन, डॉ. रूपा शर्मा, डॉ अरविन्द शुक्ला, अनीता सिंह, पवन दुबे, कैश अंसारी, रावेंद्र साकेत, कृष्णपाल सिंह, सौरभ सिंह, संतोषी तिवारी, सोनम पाण्डे, दीपक मिश्रा, डॉ अरुण तिवारी, डॉ चंद्रभान विश्वकर्मा, शंकर सिंह, महिमा तिवारी, आशीष तिवारी, अजय सेन, रवि साहू, राजेश्वरी मिश्रा, गणेश प्रजापति तथा स्टॉफ के अन्य सदस्य, रासेयो स्वयंसेवक एवं विद्यार्थी उपस्थिति रहे।

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