सतना। मध्य प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी अब धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन से आर्थिक विकास की नई दिशा तय करेगी। प्रदेश में पहली बार नर्मदा नदी पर लंबी दूरी की क्रूज़ सेवा शुरू करने की ऐतिहासिक पहल की गई है। इस महत्वाकांक्षी ‘नर्मदा क्रूज़ परियोजना’ की औपचारिक शुरुआत मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में की गई। यह क्रूज़ सेवा धार जिले के मेघनाथ घाट से गुजरात स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक संचालित की जाएगी।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य नर्मदा की आध्यात्मिकता, सांस्कृतिक विरासत, पर्यावरण पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है। परियोजना के माध्यम से नदी के किनारे बसे प्राचीन धार्मिक स्थलों, पर्यटन स्थलों और जनजातीय संस्कृति से पर्यटकों को रूबरू कराया जाएगा। साथ ही, नदी तटों पर विकसित किए जाने वाले पर्यटन अवसंरचना से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा परियोजना के लिए चयनित पांच कंपनियों को ‘लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस’ (एलओए) प्रदान किए गए। इनमें जंगल कैंप्स इंडिया, नॉलेज मरीन एंड इंजीनियरिंग वर्क्स लिमिटेड (दो प्रोजेक्ट्स), एब्सोल्यूट टेक मैनेजमेंट एलएलपी (दो प्रोजेक्ट्स), सेइना इंफोटेनमेंट प्रा. लि. इंदौर, तथा मेसर्स एच्ट शामिल हैं। इन कंपनियों की मदद से क्रूज़ संचालन, नदी पर्यटन अवसंरचना विकास, घाटों का सौंदर्यीकरण और जल सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
परियोजना के तहत क्रूज़ में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं, धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम, नर्मदा आरती, स्थानीय व्यंजन और जनजातीय लोक संस्कृति की झलक उपलब्ध कराई जाएगी। यह न सिर्फ पर्यटन को नई पहचान देगा बल्कि स्थानीय उत्पादों और व्यवसायों को भी प्रोत्साहित करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि नर्मदा सिर्फ नदी नहीं, आस्था एवं जीवन की धारा है। यह क्रूज़ परियोजना प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन क्षमता को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगी।
