रीठी तहसील क्षेत्र के दो आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी ने किया औचक निरीक्षण

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रीठी तहसील क्षेत्र के दो आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी ने किया औचक निरीक्षण – स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर दिए आवश्यक निर्देश

कटनी जिले की रीठी तहसील में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और जनहित में चलाई जा रही योजनाओं की वास्तविक स्थिति को जानने के लिए मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. राज सिंह ने अचानक दौरा किया। उन्होंने तहसील के अंतर्गत आने वाले दो आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का औचक निरीक्षण कर वहाँ की व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया।

औचक निरीक्षण का उद्देश्य

मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीएमएचओ) के इस दौरे का उद्देश्य यह देखना था कि –

1. केंद्र पर उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाएँ आम जनता तक सही ढंग से पहुँच रही हैं या नहीं।

2. मरीजों को दी जाने वाली दवाओं और जांच सुविधाओं की स्थिति क्या है।

3. स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति, कार्यशैली और अनुशासन व्यवस्था कैसी है।

4. केंद्र पर आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभों का वास्तविक स्वरूप क्या है।

निरीक्षण के दौरान प्रमुख बिंदु

डॉ. राज सिंह जब सुबह अचानक आयुष्मान आरोग्य मंदिर पहुँचे, तो वहाँ तैनात स्वास्थ्यकर्मी अपनी ड्यूटी पर उपस्थित मिले। सीएमएचओ ने सबसे पहले रजिस्टर की जाँच की, जिसमें मरीजों की एंट्री और दी गई दवाओं का विवरण दर्ज था। उन्होंने वहाँ उपलब्ध आवश्यक दवाओं की सूची की जाँच करते हुए पूछा कि –

कौन-कौन सी दवाएँ हमेशा स्टॉक में रहती हैं?

किन दवाओं की समय-समय पर कमी होती है?

मरीजों को दवाएँ समय पर और निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं या नहीं?

इसके बाद उन्होंने प्रयोगशाला विभाग का निरीक्षण किया। यहाँ उन्होंने यह देखा कि –

रक्तचाप, शुगर, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, डेंगू और अन्य सामान्य जांच सुविधाएँ उपलब्ध हैं या नहीं।

जांच उपकरण सही स्थिति में कार्य कर रहे हैं या नहीं।

आने वाले मरीजों को जाँच के लिए लंबा इंतजार तो नहीं करना पड़ता।

स्वास्थ्य कर्मियों को दिए निर्देश

निरीक्षण के बाद सीएमएचओ ने उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि –

जनहित सर्वोपरि है, इसलिए हर मरीज को प्राथमिकता के आधार पर इलाज और दवा मिलनी चाहिए।

किसी भी स्थिति में मरीजों को दवा या जांच के लिए भटकना नहीं चाहिए।

केंद्र पर साफ-सफाई और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए।

आने वाले मरीजों से नम्र व्यवहार किया जाए और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना जाए।

समय पर रिपोर्ट और रिकॉर्ड तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेजा जाए।

आम जनता से बातचीत

निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ ने वहाँ इलाज कराने आए कुछ मरीजों और परिजनों से भी बातचीत की। उन्होंने पूछा कि उन्हें दवाएँ और जांच सेवाएँ समय पर मिल रही हैं या नहीं। मरीजों ने सामान्य तौर पर सेवाओं को संतोषजनक बताया, लेकिन कुछ लोगों ने दवाओं की कमी की शिकायत भी की। इस पर डॉ. सिंह ने तुरंत स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक कदम उठाने और स्टॉक की समय-समय पर पूर्ति करने के निर्देश दिए।

आयुष्मान भारत योजना का महत्व

सीएमएचओ ने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्देश्य है

प्राथमिक स्तर पर ही मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराना।

गंभीर बीमारियों की समय रहते पहचान करना।

इलाज में पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित करना।
उन्होंने कहा कि इन केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण जनता को बड़े अस्पतालों की ओर भागने से राहत मिल रही है।

रीठी तहसील में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति

रीठी तहसील क्षेत्र काफी बड़ा है और यहाँ कई गाँव ऐसे हैं जहाँ स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाना चुनौतीपूर्ण है। लेकिन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के जरिए अब हालात धीरे-धीरे बदल रहे हैं। लोग छोटे-छोटे रोगों और सामान्य जांच के लिए अब स्थानीय स्तर पर ही स्वास्थ्य सेवाएँ ले पा रहे हैं

अधिकारियों की सक्रियता

सीएमएचओ ने स्पष्ट किया कि समय-समय पर इस प्रकार के औचक निरीक्षण जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि किसी भी नागरिक को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न होना पड़े। अगर कहीं भी लापरवाही या अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्यवाही भी की जाएगी।

रीठी तहसील क्षेत्र के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का यह औचक निरीक्षण स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक तस्वीर को सामने लाता है। मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी के निर्देशों से स्वास्थ्य कर्मियों में कार्य के प्रति और अधिक जिम्मेदारी बढ़ेगी। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में यहाँ की स्वास्थ्य सुविधाएँ और बेहतर होंगी और आम जनता को अधिक से अधिक लाभ मिलेगा

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